Saturday, February 25, 2017

Kabir

Tulsidas and his friend are walking when they spot Kabir....

Tulsidas: Hey Kabir !
Kabir: Hey Hey !!
Tulsidas (to his friend): Yeh do baar kyon bola?
Friend: Woh apne Do-Hey ke liye mashoor hai !!

Saturday, February 4, 2017

सर्वे भवन्तु






Best Regards,  Rahul    425-445-0827

Friday, January 20, 2017

संस्कृत अनुवाद

संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा = पप्पू इस श्लोक का अर्थ बताओ.
"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन".
.
पप्पू = राधिका शायद रस्ते मे फल बेचने का काम कर रही है.
.
गुरूजी = मूर्ख, ये अर्थ नही होता है. चल इसका अर्थ बता:-
"बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन."
.
पप्पू = मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है.
.
गुरूजी गुस्सा हो गये फिर पुछा :-
"तमसो मा ज्योतिर्गमय"
पप्पु= तुम सो जाओ माँ मैं ज्योति से मिलने जाता हुँ.
.
गुरूजी = अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है. अब इसका अर्थ बता:-
"दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा."
.
पप्पू = दक्षिण मे खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आजकल तो तू बहुत मजे मे है.
.
गुरूजी = अरे पागल, तुझे १ भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या ?
पप्पू = मालूम है ना.
.
गूरूजी = तो आखरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना.-
हे पार्थ त्वया चापि मम चापि…….!
.
क्या अर्थ है जल्दी से बता.
पप्पू = महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि……..
.
गुरूजी उत्साहित होकर बीच मे ही
.
कहते हैं = हाँ, शाबास, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से……..?
.
पप्पू =
भगवान बोले = अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ. फिर युद्ध करेंगे.
गुरूजी बेहोश…………..

Thursday, January 19, 2017

संस्कृत अनुवाद

संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा = पप्पू इस श्लोक का अर्थ बताओ.
"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन".
.
पप्पू = राधिका शायद रस्ते मे फल बेचने का काम कर रही है.
.
गुरूजी = मूर्ख, ये अर्थ नही होता है. चल इसका अर्थ बता:-
"बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन."
.
पप्पू = मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है.
.
गुरूजी गुस्सा हो गये फिर पुछा :-
"तमसो मा ज्योतिर्गमय"
पप्पु= तुम सो जाओ माँ मैं ज्योति से मिलने जाता हुँ.
.
गुरूजी = अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है. अब इसका अर्थ बता:-
"दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा."
.
पप्पू = दक्षिण मे खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आजकल तो तू बहुत मजे मे है.
.
गुरूजी = अरे पागल, तुझे १ भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या ?
पप्पू = मालूम है ना.
.
गूरूजी = तो आखरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना.-
हे पार्थ त्वया चापि मम चापि…….!
.
क्या अर्थ है जल्दी से बता.
पप्पू = महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि……..
.
गुरूजी उत्साहित होकर बीच मे ही
.
कहते हैं = हाँ, शाबास, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से……..?
.
पप्पू =
भगवान बोले = अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ. फिर युद्ध करेंगे.
गुरूजी बेहोश…………..

Saturday, October 29, 2016

Steve and Bill

Bill Gates: "So, how's heaven, Steve?" 

Steve Jobs: "Great ! It just doesn't have any wall or fence." 

Bill Gates: "So…?" 

Steve Jobs: "So, we don't need any Windows and Gates. I'm sorry, Bill, I didn't mean to offend you."

Bill Gates: "It's ok Steve, but I heard a rumor."  

Steve Jobs: "Oh, what rumor?" 

Bill Gates: "That nobody is allowed to touch Apple there, and there are no Jobs in heaven."  

Steve Jobs : "Oh no, definitely there are, but only no-pay Jobs. Therefore definitely no Bill in heaven as everything will be provided free!

Steve and Bill

Bill Gates: "So, how's heaven, Steve?" 

Steve Jobs: "Great ! It just doesn't have any wall or fence." 

Bill Gates: "So…?" 

Steve Jobs: "So, we don't need any Windows and Gates. I'm sorry, Bill, I didn't mean to offend you."

Bill Gates: "It's ok Steve, but I heard a rumor."  

Steve Jobs: "Oh, what rumor?" 

Bill Gates: "That nobody is allowed to touch Apple there, and there are no Jobs in heaven."  

Steve Jobs : "Oh no, definitely there are, but only no-pay Jobs. Therefore definitely no Bill in heaven as everything will be provided free!

Friday, October 7, 2016

इच्छा पूर्ति

विनोद - जो मेरी इच्छा पूरी करेगा उसको 1 लाख रूपये दूंगा ।
कमल - बोल क्या इच्छा है तेरी ?
विनोद -  मुझे 2 लाख रुपये चाहिए ।